वाह रे पुलिस! चोरी के मामले में जज साहब को ही बना डाला आरोपी, कार्रवाई के निकले तो उड़े होश

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जनपद में पुलिस का हैरान कर देने वाला एक कारनामा सामने आया है. जज ने एक मुलजिम की कुर्की का आदेश दिया था लेकिन, उसके पते पर पुलिस जज की तलाश करती रही. बाद में दारोगा ने न्यायालय में जो आख्या पेश की उसे देखकर जज हैरान रह गईं.
आख्या में चोर की जगह जज का नाम लिखा था. जज ने अधिकारियों को पत्र लिखकर पुलिस की इस लापरवाही के बारे में जानकारी दी है. सोमवार को एसएसपी ने लापरवाह दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही मामले की जांच सीओ को सौंप दी है.
मामला जनपद की उत्तर कोतवाली से जुड़ा है. न्यायालय से मिली जानकारी और जज द्वारा पुलिस अफसरों को लिखे पत्र के मुताबिक अपर सिविल जज सिविल (सीनियर डिवीजन) नगमा खान की कोर्ट के एक वाद में थाना उत्तर के कोटला रोड पीके मांटेसरी स्कूल के पास रहने वाले अभियुक्त राज कुमार उर्फ पप्पू मुलजिम है.
उसके खिलाफ चोरी और माल बरामदगी का केस है. सुनवाई के दौरान अभियुक्त कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ. कई बार गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए. अभियुक्त के हाजिर न होने पर अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन नगमा खान ने पुलिस को अभियुक्त के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई के आदेश दिए.
इस आदेश की कॉपी तामील कराने की जिम्मेदारी कोतवाली उत्तर के उप निरीक्षक बनवारी लाल को सौंपी गई थी. दारोगा बनवारी लाल ने कोर्ट में जो आख्या पेश की उसे देखकर जज नगमा खान भी हैरान रह गईं. आख्या में लिखा, पते पर अभियुक्त नगमा खान की तलाश की लेकिन, वहां इस नाम का कोई नहीं मिला.
यानी पुलिस ने चोर राजकुमार के पते पर जज नगमा खान की तलाश की. जज नगमा खान ने पुलिस की इस लापरवाही पर डीजीपी और एसएसपी को पत्र लिखा था. इस पर सोमवार को एसएसपी ने दारोगा बनवारी लाल को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही मामले की जांच सीओ को सौंपी गयी है.
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक नगर रविशंकर प्रसाद का कहना है कि न्यायालय द्वारा अभियुक्त राजकुमार पुत्र गणेशी लाल निवासी पीके मोंटेसरी स्कूल के पास थाना उत्तर के खिलाफ एक गैर जमानती वारंट जारी किया गया था.
जिसमें थाना उत्तर में तैनात उप निरीक्षक बनवारी लाल द्वारा अभियुक्त के नाम के स्थान पर अपर जिला जज सिविल सीनियर डिवीजन का नाम अंकित करते हुए यह रिपोर्ट लगा दी गई थी कि अभियुक्ता इस पते पर नहीं रहती.
इस संबंध में एसआई बनवारीलाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही इसमें विभागीय जांच भी संस्थापित कर दी गई है. अब पूरे प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकार नगर द्वारा की जाएगी.